क्या आप किसी से प्रेम करते है? क्या आप डरते है अपने प्रेम का इज़हार करने से? क्या आपका पति आपसे प्रेम नहीं करता? क्या आपकी पत्नी आप पर शक करती है? क्या बॉस से नहीं बनती? क्या आप बार बार अपनी साधनायो में असफल हो रहे है?
यदि आप अपनी प्रेमी या प्रेमिका को पाना चाहते है तो कीजिये इस साधना को आपका प्रेमी या प्रेमिका आपके पास भागा चला आएगा! ऐसा मेरा विश्वास है, यदि आपका प्रेमी या प्रेमिका अपने घर वालो से डरता है और इस डर की बजह से आपसे शादी नहीं करना चाहता तो इस मन्त्र से उसके घर वाले शादी के लिए राज़ी हो जायेंगे! यह पोस्ट सामाजिक तौर पर गलत हो सकती है पर मुझे समाज की कोई चिंता नहीं, समाज मेरे मुताबिक नहीं चलता तो मै समाज के मुताबिक क्यों चलू! फेसबुक पर ऐसे बहुत से लोग है जो इस्लाम और ईसाई धर्म की निंदा करते है और अपने आपको श्रेष्ठ हिन्दू कहते है! ऐसे लोगो से मुझे बहुत नफरत है! मेरे गुरुदेव का कहना था कण कण में ईश्वर है! इस हिसाब से ईश्वर हर जाति और धर्म के लोगो में निवास करता है तो भेदभाव किस बात का, मेरे गुरुदेव कहते थे भेड़ बकरियां झुण्ड में चलती है पर सिंह सदैव अकेला चलता है! उनका कहना था सिंह बनो और अकेले आगे बढ़ो दुनिया तुम्हारे पीछे आएगी! यदि प्रेम विवाह बुरा होता तो हमारे शास्त्रों में गान्धर्व विवाह का उल्लेख कभी न आता और भगवान श्री कृष्ण रुक्मणी को भगा कर शादीकभी न करते! मेरे गुरुदेव का कहना था जब तक मन संतुष्ट न हो तब तक प्रभु भक्ति नहीं हो सकती इसलिए जो खाने को मन करे खाओ जो पीने को मन करे पियो अपने मन को संतुष्ट कर लो! महात्मा बुध का भी यह मानना था कि मन को जिस तरफ से रोको उसी तरफ को भागता है और मेरा भी यह मानना है कि जब तक मन अतृप्त होता है तब तक सिद्धि नहीं मिल सकती क्योंकि सिद्धि के लिए मन का एकाग्र होना बहुत जरूरी है! मै यहाँ पर एक वशीकरण साधना दे रहा हूँ जो मुझे मेरे गुरुदेव से प्राप्त हुई है पर मेरा एक निवेदन है कि कोई भी मुझसे मेरा अनुभव मत पूछना!